कात्यायन ऋषि का अर्थ
[ kaateyaayen risi ]
कात्यायन ऋषि उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- इसी गोत्र में विश्वप्रसिद्ध कात्यायन ऋषि उत्पन्न हुए।
- कात्यायन ऋषि ने देवी को पुत्री-रूप में पाने के लिए भगवती की कठोर तपस्या की थी।
- कात्यायन ऋषि माता-पिता और आचार्य - ये तीन व्यक्ति के अतिगुरु ( श्रेष्ठ गुरु ) कहलाते हैं।
- प्रसिद्ध कात्यायन ऋषि ने इन्हें पुत्री के रूप में प्राप्त करने के लिए इनकी तपस्या की थी।
- तथा नवमी तक तीन दिन इन्होंने कात्यायन ऋषि की पूजा ग्रहण कर दशमी कोमहिषासुर का वध किया था।
- कात्यायन ऋषि की पुत्री के रूप में जन्म लेने के कारण उनके इस स्वरूप का नाम कात्यायनी पड़ा।
- कहा जाता है कि कात्यायन ऋषि ने तपस्या की थी कि देवी उनके घर पुत्री रूप में उत्पन्न हों।
- कहा जाता है कि कात्यायन ऋषि ने तपस्या की थी कि देवी उनके घर पुत्री रूप में उत्पन्न हों।
- कात्यायन ऋषि के अनुसार तो ब्राह्मण भी ईश्वरीय हैं तब आप ब्राह्मणों को वेदों का भाग क्यों नहीं मानते ?
- महिषासुर का वध करने वाली माता ने कात्यायन ऋषि की तपस्या से प्रसन्न होकर उनकी पुत्री के रूप में जन्म लिया।